अगर एक कप में थोडा सा पानी लेकर देखा जाए तो वह रंगहीन दिखाई पड़ता है, लेकिन अधिकांश समुद्रो के पानी का रंग आमतौर पर नीला दिखता है . आइए जाने ऐसा क्यों होता है.
आसान शब्दों में इसका जवाब है की समुद्र के जल में नीले आसमान का परावर्तन होता है, इसीलिए समुद्र नीला दिखाई देता है.
साथ ही यह इस बात पर निर्भर करता है कि समुद्र को किस कोण से देखा जा रहा है . सूर्य के प्रकाश में सभी रंग उपस्थित होते है. जब सूर्य का प्रकाश समुद्र के जल से टकराकर लौटता है तो समुद्र का जल इसमें से अधिकांश रंग अवशोषित कर लेता है. इस प्रभाव को देखने केलिए पानी कि विशाल मात्रा का होना आवश्यक है, इसीलिए कप का पानी नीले के स्थान पर रंगहीन दिखाई देता है.
समुद्र के जल के अणु प्रकाश में उपस्थित लाल रंग को तुरंत अवशोषित कर लेते है, परन्तु वे नीले रंग को पूरी तरह से अवशोषित नहीं कर पाते. फलस्वरूप जल से परावर्तित होकर आने वाले प्रकाश में नीला रंग होता है. और समुद्र के जल का रंग नीला दिखाई देता है साथ ही समुद्र में उपस्थित मृत जिव-जंतु और पेड़ पौधे आदि इस नीले रंग कि तीव्रता को औरबढ़ा देते है.
Dec 6, 2009
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हेलो वेंकट सर ,
ReplyDeleteवेसे तो मेरा नाम राहुल है ,
मुझे कई दीनो से इस तरह के ब्लॉग की खोज थी ,
और कई सवाल मन मे थे आज यह तुम्हारे माध्यम से ये भी पूरे हो जाएँगे मैने आपकी पहली पोस्ट पड़ी मुझे बहोत अच्छी लगी और मुझे आपकी दूसरी पोस्ट का इंतजार रहेंगा
हैलो वेंकटेश जी,,
ReplyDeleteआपका ब्लॉग काफी अच्छा है और इसमें आपने बहुत अच्छी जानकारी दी है... ये सवाल अकसर ही लोगों के मन में उठता है और तब इसका जवाब पाने की बेचैनी होती है... ऐसे में आपका यह ब्लॉग काफी मददगार साबित हो सकता है....
रचना ठाकुर
हैलो वेंकटेश जी,,
ReplyDeleteआपका ब्लॉग काफी अच्छा है और इसमें आपने बहुत अच्छी जानकारी दी है... ये सवाल अकसर ही लोगों के मन में उठता है और तब इसका जवाब पाने की बेचैनी होती है... ऐसे में आपका यह ब्लॉग काफी मददगार साबित हो सकता है....
रचना ठाकुर
Thank u sir.....
ReplyDelete👍👍👍👍👍👍
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